नागपुर ब्यूरो: आज गुड फ्राइडे के पवित्र दिन पर लूर्द माता मंदिर, नागपुर में प्रभु यीशु मसीह के कष्टमय क्रूस मार्ग (Way of the Cross) की भावपूर्ण आराधना संपन्न हुई। इस विशेष अवसर पर रोज़री पैरिश, सेमिनरी हिल्स के युवाओं ने प्रभु यीशु के दुःखभोग को सजीव रूप में प्रस्तुत करते हुए एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया।
युवाओं ने गंभीर श्रद्धा और मनोयोग से क्रूस के चौदह पड़ावों का अभिनय किया, जिससे उपस्थित सभी श्रद्धालु प्रभु के कष्टों में आत्मिक सहभागी बन सके। इस मार्मिक प्रस्तुति के माध्यम से उन्होंने मसीह के प्रेम और बलिदान की गहराई को दर्शाया। मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में एकत्रित विश्वासियों ने मौन प्रार्थना और चिंतन के साथ इस पावन क्षण को यादगार बनाया।

इसके अलावा, फादर प्रवीण डी’सूजा, ओ पी, ने प्रभु यीशु के क्रूस पर कहे गए अंतिम सात वचनों (Last Seven Words of Jesus)पर एक प्रेरक प्रवचन दिया। उन्होंने प्रत्येक वचन के गहरे अर्थ को समझाते हुए श्रद्धालुओं को क्षमा, आशा और ईश्वर के प्रति समर्पण का संदेश दिया। उनके शब्दों ने सभी के हृदय को छू लिया और इस पवित्र दिन की महत्ता को और गहरा कर दिया।
गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय के लिए एक पवित्र दिन है, जब प्रभु यीशु के क्रूस पर बलिदान और उनकी मृत्यु को याद किया जाता है। यह दिन प्रायश्चित, उपवास और आत्म-मंथन का होता है, जिसमें मसीह के असीम प्रेम और मानव जाति के उद्धार के लिए उनके बलिदान को गहराई से स्मरण किया जाता है।
लूर्द माता मंदिर में आयोजित यह क्रूस का रास्ता न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि एक आत्मिक यात्रा भी थी, जिसने सभी को प्रभु के प्रेम और मोक्ष की अनुभूति कराई। यह कार्यक्रम विश्वासियों के लिए आशा, शांति और आध्यात्मिक सुख का स्रोत बन गया।
इस प्रकार, गुड फ्राइडे का यह पावन दिन सभी के लिए एक अमिट छाप छोड़ गया, जिसमें प्रभु यीशु के बलिदान और प्रेम की याद ने हर हृदय को झंकृत कर दिया।