यूएई में आसमान में ही भरा ईंधन
नई दिल्ली ब्यूरो : भारतीय वायुसेना की ताकत में चार गुणा इजाफा हो गया है. आज तीन और नए राफेल लड़ाकू जेट फ्रांस से भारत पहुंचे गए हैं. गुजरात के जामनगर बेस में रात करीब 11 बजे इन विमानों ने लैंड किया. फ्रांस से निकलने के बाद तीनों राफेल जेट बिना कहीं रुके सीधे भारत पहुंचे हैं. रास्ते में यूएई की मदद से इनमें एयर-टू-एयर री-फ्यूलिंग कराई गई.
भारत में राफेल विमानों की चौथी खेप की लैंडिंग होने के बाद वायुसेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यूएई वायु सेना के टैंकरों द्वारा राफेल्स में ईंधन भरवाया गया. यह दो वायु सेनाओं के बीच मजबूत संबंधों में एक और मील का पत्थर साबित होगा.
The 4th batch of three IAF #Rafales landed on Indian soil after a direct ferry from#IstresAirBase France. pic.twitter.com/Ch36dgptNF
— Indian Air Force (@IAF_MCC) March 31, 2021
वायुसेना के पास 14 राफेल जेट
ये तीनों राफेल विमान अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल होंगे. इन 3 नए राफेल जेट के शामिल होने के बाद भारतीय वायुसेना के पास राफेल विमानों की संख्या 14 हो गई है. इसी के साथ नौ राफेल फाइटर जेट्स का अगला बैच अप्रैल में आएगा, जिनमें से पांच विमानों को उत्तरी बंगाल में हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जानें की योजना है.
पिछले साल वायुसेना में शामिल हुआ था राफेल
आधिकारिक तौर पर राफेल विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में हुए एक कार्यक्रम में वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया था. इसके बाद 3 राफेल विमानों की खेप नवंबर में भारत पहुंची थी, जबकि तीन और विमानों की तीसरी खेप 27 जनवरी को यहां पहुंची थी.
36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए हुआ सौदा
बता दें कि भारत ने फ्रांस सरकार के साथ सितंबर, 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा किया था.
गेम चेंजर हैं राफेल विमान
भारतीय वायुसेना के लिए राफेल लड़ाकू विमान गेम चेंजर माने जा रहे हैं. क्योंकि इनके आने से भारत को अपने पड़ोसियों के मुकाबले तकनीकी बढ़त भी मिली है और युद्ध की सूरत में एक ताकतवर लड़ाका भी. और राफेल ने इसका सबूत लद्दाख के आसमान में उड़ान भर के दे दिया था.