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Nagpur | 10 साल पूर्व बिछड़े बच्चे को अपनों से मिलाने का माध्यम बना आधार केंद्र

नागपुर ब्यूरो: आधार का नाम आधार क्यों है, इसकी ताजा मिसाल नागपुर में देखने को मिली है। जी हां, मानकापुर स्थित आधार केंद्र के माध्यम से दस साल पूर्व अपनों से बिछड़े बच्चे को दोबारा परिवार से मिलाने में मदद मिली है।
मामला कुछ यूं है कि वर्ष 2012 में नागपुर रेलवे स्टेशन पर एक 8 वर्षीय बच्चा रोता हुआ पाया गया था, जिसे एनजीओ के माध्यम से बाल सुधार गृह, नागपुर में आश्रय दिया गया था। बाल सुधार गृह में बच्चा असुखद महसूस करने लगा। तब एनजीओ के इंचार्च श्रीमान और श्रीमती दामले ने उसे अपने घर में रखना शुरू किया और अपने दो बच्चो के साथ उसे भी आश्रय दिया। गुमशुदा बच्चा (अमन सुरेश धनगरे) को सभी सुख -सुविधा उपलब्ध कराई गई। वर्तमान में वह दसवीं कक्षा में पढ़ रहा है। स्कूल में आधार कार्ड की जरूरत पड़ने पर, दामले परिवार नागपुर के मानकापुर स्थित आधार सेवा केंद्र पहुंचा और नामांकन के लिए कुछ दस्तावेज पेश किए. इससे पूर्व भी इसका प्रयास किया गया था लेकिन पिछले दस साल से हर बार खारिज कर दिया गया।
टेक्निकल सपोर्ट और आरओ मुंबई की मदद से आधार सेवा केंद्र नागपुर ने 5 जून 2021 को निवासी के अंगूठे के निशान से आधार कार्ड प्रिंट निकाला तो बच्चे की पहचान का खुलासा हुआ. वर्तमान में जो अमन सुरेश धनगरे के नाम से पहचाना जाता है वह वास्तव में जबलपुर, मध्यप्रदेश निवासी मोहम्मद अय्यूब का बेटा मोहम्मद आमिर है। इसके बाद आधार सेवा केंद्र, नागपुर के केंद्र प्रबंधक अनिल मराठे ने अय्यूब परिवार का पता लगाया और उन्हें दामले परिवार से मिलाया। दामले परिवार ने नए परिवार से परामर्श किया और मामले पर शांतिपूर्वक चर्चा की और आखिरकार 30 जून 2021 को पुलिस स्टेशन हनुमानताल, जबलपुर निवासी उसके अपने वास्तवित माता-पिता को सौंप दिया। दामले परिवार ने कहा कि आधार के कारण ही बच्चा अपने माता पिता मिल पाया है। उन्होंने आधार सेवा केंद्र के सेंटर मैनेजर, आॅपरेशन मैनेजर और सभी कर्मचारियों का धन्यवाद अदा किया।

केंद्र के कर्मियों का कार्य सराहनीय

महाराष्ट्र में बने पहले नागपुर के आधार सेवा केंद्र में सभी कर्मचारियों का कार्य बहुत सराहनीय रहा है, जहां सभी कार्य (नामांकन / अपडेट) आधार नियमावली तथा दिशा -निर्देशों के अनुसार किया जाता है। यहां के सभी कर्मचारी प्रशिक्षित हैं, जिन्हें दस्तावेजों की मूल जानकारी का अच्छा ज्ञान है। इसलिए उनका पूर्ण प्रयास यहीं होता है कि किसी भी नागरिक की आधार नामांकन या अपडेट की प्रक्रिया एक ही बार में सफल हो सके। सभी कार्य बहुत तेजी से किया जाता है। सभी कर्मचारी शांतिपूर्वक कार्य करते हैं। यह केंद्र यूआईडीएआई का है, जहां हर प्रकार कर आधार संबंधी कार्य किया जाता है. किसी दुविधा के समय टेक्निकल सपोर्ट बैंगलुरू या आरओ मुंबई की मदद ली जाती है और जहां तक हो सके नागरिकों को कार्य को लेकर संतुष्ट करने का प्रयास किया जाता है.