नागपुर ब्यूरो : ग्रीन विजिल की टीम पिछ्ले 12 सालों से गणपती विसर्जन के वक्त पुरे 10 दिन फुटाला तालाब पर तैनात रहती है एवं नागरिकों को ईको फ्रेंडली गणपती विसर्जन के लिये प्रेरित करती है। इस साल भी ग्रीन विजिल टीम फुटाला तालाब के वायुसेना साइड पर तैनात है एवं पहले 7 दिनो में करीब 1500 मूर्तियों का विसर्जन आर्टिफिशियल टैंक में करा चुकी है । 5 एमटी निर्माल्य का संकलन किया है। इस मुहीम मे ग्रीन विजील पर्यावरण संस्था के कौस्तुभ चट्टर्जी , सुरभि जैस्वाल, मेहूल कोसुरकर , बिष्णुदेव यादव, शीतल चौधरी , अश्विनी दाबले, श्रिया जोगे, कोमल हतवार, परास जांगड़े , सर्वेश नांदेरकर, कोमल वन्वे एवं 25 सदस्य काम कर रहे है। साथ ही मनपा के एनडीएस दल के जवान भी फुटाला तालाव पर तैनात है।
मिट्टी की मूर्तियों को दी गई तरजीह
हर साल की तरह इस साल भी चोरी छिपे POP की मूर्तियां बिकी है मगर उसकी मात्रा बहुत कम है। विसर्जन के पहले सात दिनो मे करीब 150 POP मूर्तियों का विसर्जन फुटाला के एयर फोर्स साइड के आर्टिफिशियल टैंक में हुआ। कई लोगो को POP की मुर्ति मिट्टी की बोल कर बेचा गया है। जब POP की मूर्तियाँ पानी में नहीं डूबती तब भक्तों को बहुत निराशा होती है। इस साल नागरिकों का रुझान मिट्टी की मूर्तियों के तरफ ज्यादा रहा।
@152 & @4729 Ganpati Idols immersed in artificial tanks respectively and 10 small vehicles of Nirmalaya collected at Futala Lake, Air Force side on 9 th & 10 th day.Special thanks to Shri Radhakrishna B , Hon. Com, NMC Hon. Mayor, Shri Dayashankar ji Tiwari for visiting. pic.twitter.com/FKqW0UdzUi
— Green Vigil Foundation (@green_vigil) September 20, 2021
ग्रीन विजिल की टिम लीड सुरभि जैस्वाल ने “आत्मनिर्भर खबर डॉट कॉम” को बताया, POP मूर्तियों पर पाबंदी गणेश पूजा के कम से कम 6 महीने पहले घोषित की जाती तो इस बार का गणेश उत्सव POP रहित हो सकता था। महानगर पालिका अपने तरफ से कोशिश कर रही है, मगर शहर वासियों को भी POP की मूर्तियों का बहिष्कार करना चाहिये।