नई दिल्ली. गरीबी के चलते छोटे सड़क विक्रेताओं को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार ने ऐसे रेहड़ी, पटरी, ठेले व सड़क किनारे दुकान चलाने वाले लोगों के लिए एक लोन स्कीम शुरू की है। इस स्कीम का नाम है पीएम स्वनिधि योजना 2020।
कोरोना वायरस के चलते हुए देश में हुए लॉकडाउन के बीच ऐसे लोगों को अपनी आजीविका चलाने के लिए बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्कीम के तहत ऐसे लोगों को सस्ता लोन मिल सकता है। इस स्कीम को पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के नाम से भी जानते हैं।
दस हजार का मिलेगा लोन
इस योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 10,000 रुपये तक का लोन मुहैया कराया जायेगा। इस योजना का लाभ देश के सभी छोटे सड़क विक्रेताओं को उपलब्ध कराया जायेगा।
50 लाख से अधिक लोगों को मिलेगा लाभ
स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वेंडर, हॉकर, ठेले वाले, रेहड़ी वाले, ठेली फलवाले आदि सहित 50 लाख से अधिक लोगों को योजना से लाभ प्रदान किया जायेगा।
इस योजना का उद्देश्य
– स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के अंतर्गत रेहड़ी पटरी वालों को अपना काम दोबारा से शुरू करने के लिए सरकार द्वारा लोन मुहैया कराना।
– इस योजना के ज़रिये रेहड़ी पटरी वालो को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना।
– इस योजना के ज़रिये गरीब लोगो की स्थिति में सुधार करना।
इस योजना के तहत इन्हें मिलेगा लाभ
– नाई की दुकानें
– जूता गांठने वाले (मोची)
– पान की दूकानें (पनवाड़ी)
– कपड़े धोने की दूकानें (धोबी)
– सब्जियां बेचने वाले
– फल बेचने वाले
– रेडी-टू-ईट स्ट्रीट फूड
– चाय का ठेला या खोखा लगाने वाले
– ब्रेड, पकौड़े व अंडे बेचने वाले
– फेरीवाले जो वस्त्र बेचते हैं
– किताबें/स्टेशनरी लगाने वाले
– कारीगर उत्पाद