नई दिल्ली ब्यूरो : नौसेना के शीर्ष कमांडर बल सैन्य-रणनीतिक स्तर पर महत्वपूर्ण समुद्री मामलों, भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करने के लिए आज अपनी द्विवार्षिक बैठक करने जा रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह सेना और वायु सेना के प्रमुखों के साथ नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे। राजनाथ सिंह सम्मेलन के दूसरे संस्करण में भाग लेने के लिए सेना भवन पहुंचे हैं।
इस दौरान सीडीएस और थल सेना और वायु सेना के प्रमुख भी नौसेना कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे ताकि तीनों सेनाओं के एक्शन आसान हो सकें और त्रि-सेवा तालमेल को बढ़ावा मिल सके। बता दें कि पांच दिवसीय नौसेना कमांडरों का सम्मेलन नौसेना कमांडरों के लिए सैन्य-रणनीतिक स्तर पर महत्वपूर्ण समुद्री मामलों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यह अत्यधिक महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए एक संस्थागत मंच है, जो भारतीय नौसेना के भविष्य के पाठ्यक्रम को आकार देगा।
भारत के बढ़ते समुद्री हितों के अनुरूप बल ने पिछले कुछ वर्षों में अपने परिचालन कार्यों में काफी अच्छी वृद्धि देखी है। हिंद महासागर क्षेत्र में मिशन-आधारित तैनाती पर भारतीय नौसेना के जहाज किसी भी विकासशील स्थिति के लिए त्वरित जवाब देने के लिए तैयार हैं। नौसेना ने एकजुट बल बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है और कोविड- 19 महामारी के बावजूद, अपने अहम कार्यों को असफल नहीं होने दिया।