देश ने वैक्सीनेशन डोज का 100 करोड़ पार करते ही इस साल और भी अच्छी खबरें आ रही है। जैसे – जैसे अनलॉक की प्रक्रिया तर्ज होने लगी है अब जिंदगी नार्मल होने लगी । इसी बिच अब रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर हैं। जल्द ही ट्रेनों में सफर करते हुए आप गर्म खाने का मजा ले सकेंगे। रेलवे की यात्री सुविधा कमेटी ट्रेनों में ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस समेत कई दूसरी सुविधाएं एक बार फिर बहाल करने जा रही है। ट्रेनों में कोरोना की पहली लहर के बाद से ही पेंट्री की केटरिंग पर रोक है। अब 18 महीने बाद इसे फिर से शुरू किया जा सकता है।
ट्रेनों में खाने के लिए यात्रियों को अलग से कोई बुकिंग नहीं करनी होगी। प्रीमियम ट्रेनों में टिकट के साथ ही खाने की सुविधा मिलेगी, जबकि दूसरी ट्रेनों में यात्री पहले की तरह पेमेंट देकर पेंट्री से खाना ले सकेंगे।
जानकारी के मुताबिक 25 या 26 अक्टूबर तक यात्री सुविधा समिति की बैठक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ होनी है। इसमें खाना समेत बाकी सर्विसेस को दोबारा शुरू करने को लेकर चर्चा होगी। इस बैठक में रेलवे बेस किचन, ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस शुरू करने पर निर्णय लिया जा सकता है। इसको लेकर विभाग और मंत्रालय को एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया है।
कोरोना काल में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर आईआरसीटीसी ने ट्रेनों में रेडी टू ईट फूड देने की शुरुआत की थी, लेकिन ज्यादातर यात्रियों को रेडी टू ईट फूड पसंद नहीं आ रहा था। जिसकी शिकायतें कई बार आईआरसीटीसी को भी मिली हैं।
आईआरसीटीसी के पास कैटरिंग और टूरिज्म का कोर बिजनेस है। पहले के मुकाबले महज 30 फीसदी ट्रेनों में लोग खाना खरीदना पसंद कर रहे हैं। मसलन पहले किसी ट्रेन के फेरे में 5 लाख तक की बिक्री होती थी तो अब वह घटकर महज 1.5 लाख रु. की रह गई है। आईआरसीटीसी 19 राजधानी, 2 तेजस, 1 गतिमान, 1 वंदे भारत, 22 शताब्दी, 19 दूरंतो और 296 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग सर्विस देती है।
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