नई दिल्ली ब्यूरो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम’ लॉन्च करेंगे। इस स्कीम के जरिए अब रिटेल इन्वेस्टर्स भी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश कर पाएंगे। ये अब तक केवल चुनिंदा निवेशकों, जैसे बैंक और संस्थागत निवेशकों के लिए ही खुले थे। सरकार का मानना है कि इससे गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में रिटेल पार्टिसिपेशन बढ़ेगा।
दरअसल अभी कोई भी रिटेल इन्वेस्टर गवर्नमेंट सिक्योरिटी और बॉन्ड्स में सीधे निवेश नहीं कर सकता। केवल बैंक और संस्थागत निवेशक ही निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम के जरिए अब आम निवेशक भी गवर्नमेंट सिक्योरिटी और बॉन्ड्स में निवेश कर सकेंगे। यानी आपको निवेश के लिए नया मार्केट मिलेगा।
जानिए आप निवेश कैसे कर सकेंगे?
सबसे पहले आपको गवर्नमेंट सिक्योरिटीज अकाउंट (गिल्ट अकाउंट) ओपन करना होगा। जिस तरह से आपको शेयर मार्केट में ट्रेड करने के लिए डीमैट अकाउंट ओपन करना होता है, उसी तरह गवर्नमेंट सिक्योरिटी में ट्रेड करने के लिए गिल्ट अकाउंट ओपन करना होगा। इस अकाउंट को RBI मैनेज करेगा और इसको आप ऑनलाइन ही ऑपरेट कर पाएंगे। आसान भाषा में समझें तो ये आपके बैंक अकाउंट जैसा ही होगा।
आप गिल्ट अकाउंट अपना खुद का या जॉइंट भी ओपन कर सकते हैं। फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) 1999 के तहत विदेशी निवेशक भी निवेश कर सकेंगे।
इन डॉक्युमेंट्स की जरूरत होगी
- किसी भी बैंक में सेविंग अकाउंट
- PAN नंबर
- KYC के लिए ऑफिशियली वैलिड डॉक्युमेंट्स (OVD)। इसमें आधार कार्ड,
- पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड, NREGA जॉब कार्ड और नेशनल
- पॉपुलेशन रजिस्टर द्वारा जारी लेटर शामिल हैं।
- ई-मेल ID।
- मोबाइल नंबर।
कहां-कहां निवेश कर सकेंगे?
- भारत सरकार की सिक्योरिटीज में, यानी एक साल से ज्यादा समय के गवर्नमेंट पेपर बिल।
- भारत सरकार के ट्रेजरी बिल्स में। एक साल से कम समय की गवर्नमेंट सिक्योरिटी को ट्रेजरी बिल्स कहते हैं।
- सोवरिन गोल्ड बॉन्ड्स (SBG) में। ये सोने की कीमत पर जारी किए जाते हैं, लेकिन आपको फिजिकली सोना नहीं मिलता। इन्हें RBI हर महीने जारी करता है।
- स्टेट डेवलपमेंट लोन्स (SDL) में। इन्हें राज्य सरकार राज्य में विकास कार्यों के लिए जारी करती है। जैसे – राज्य में सड़क निर्माण के लिए।
अकाउंट ओपन करने की प्रॉसेस
- सबसे पहले आपको RBI पोर्टल पर ऑनलाइन एक फॉर्म फिल करना होगा। सभी डॉक्युमेंट्स के हिसाब से फॉर्म फिल करने के बाद आपको ई-मेल ID और मोबाइल से वैरिफिकेशन करना होगा।
- फॉर्म वैरिफिकेशन के बाद आपके अकाउंट की जानकारी आपके मोबाइल और ई-मेल पर शेयर की जाएगी। इससे आप अकाउंट में लॉगिन कर पाएंगे।
आप कितना निवेश कर पाएंगे, इसे लेकर अभी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। माना जा रहा है कि ये लिमिट भी कम ही होगी, क्योंकि सरकार छोटे निवेशकों को प्रेरित करना चाहती है।
साथ ही आपको कितना रिटर्न मिलेगा ये भी अलग-अलग तरह के निवेश पर निर्भर करता है। RBI अलग-अलग ड्यूरेशन के लिए पेपर जारी करती है। हर पेपर पर अलग-अलग रेट होता है। उदाहरण के लिए 10 साल के पेपर पर 6.35% की दर से सालाना रिटर्न मिलेगा।