लखनऊ में सोमवार यानी आज किसानों की महापंचायत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद यह पहली महापंचायत है। लखनऊ के इको गार्डन में यह महापंचायत 10 बजे से शुरू होगी। संयुक्त किसान मोर्चा का दावा है कि महापंचायत में एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच सकते हैं।
मोर्चा से जुड़े नेताओं की दलील है कि आंदोलन को खत्म करने पर संसद के शीतकालीन सत्र में बिल रद्द होने का इंतजार करेंगे। हालांकि इस दौरान MSP लागू करने, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे और गिरफ्तारी मांग कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत रविवार रात ही लखनऊ पहुंच गए हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि एक साल में जितने भी घटनाक्रम हुए उन पर सरकार बात करे और एक स्पष्ट पत्र जारी करे। ये आज देश की संपत्ति, मंडियों की जमीनों को बेच रहे हैं, उस पर कौन बात करेगा। तीन कानून से अलग हट कर और भी कई सवाल हैं। ये आंदोलन एक साल से चल रहा है। ये आंदोलन सिर्फ तीन कृषि कानून पर नहीं है, इसके साथ MSP और बिजली अमेंडमेंट बिल भी है। जब तक बातचीत नहीं होगी तब तक किसान वापस नहीं जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस आंदोलन में अब तक छोटे-बड़े दौ सौ से ज्यादा किसान संगठन शामिल होंगे। सभी लोग संयुक्त किसान मोर्चा के तहत एक मंच पर आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि रैली में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड समेत कई राज्यों के लोग शामिल होने के लिए आ रहे हैं।