Home Congress राहुल गांधी | एक घंटे में 7 किमी पैदल चले, जानिए 51...

राहुल गांधी | एक घंटे में 7 किमी पैदल चले, जानिए 51 साल के राहुल की फिटनेस का राज

595
अमेठी की पदयात्रा में शनिवार को राहुल गांधी ने बिना थके एक घंटे में 7 किमी. की दूरी तय की। इसके बाद लोग 51 साल के राहुल की फिटनेस के कायल हुए बिना नहीं रह सके। बहुत कम लोग जानते हैं कि राहुल मार्शल आर्ट अकीडो में ब्‍लैक बेल्‍ट होल्डर हैं।

चुनाव के समय में भी वे रोजाना जिम जाते हैं और वर्क आउट करते हैं। सुबह उठकर साइक्लिंग करते हैं। यही वजह है कि उम्र का अर्द्धशतक लगाने के बावजूद वे बिल्कुल फिट हैं। असल मायनों में राहुल ही PM मोदी के फिट इंडिया कैंपेन के ब्रांड एंबेसडर हैं।

तमिलनाडु में कन्याकुमारी स्थित एक स्कूल में राहुल गांधी की पुशअप करती तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। यहां स्कूल के छात्रों ने राहुल गांधी से अपील की थी। कहा कि वो मंच पर आएं और पुशअप लगाएं। उन्होंने महज 9 सेकेंड में 13 पुशअप लगा डाले थे। इसके बाद राहुल ने सिंगल हैंड यानी महज एक हाथ से भी पुशअप लगाएं थे।

बॉक्सर विजेंदर कुमार से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने अपनी खेलों में रूचि को लेकर खुलासे किए थे। कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी सोशल मीडिया पर उनकी अकीडो वाली तस्वीरें जारी की गई थीं। राहुल गांधी को बैडमिंटन और फुटबॉल खेलने में भी दिलचस्पी है। अपने सुरक्षा दायरे को छोड़कर उनकी साइक्लिंग करते हुए तस्वीरें सामने आ चुकी हैं।

उन्हें स्विमिंग और स्कूबा डाइविंग भी पसंद है। केरल में राहुल तैरने के लिए समुद्र में कूद चुके हैं। वह कोल्लम में मछुआरों की समस्याओं को समझने के लिए पहुंचे थे। राहुल समुद्र में नाव पर भी गए। जब मछली पकड़ने के लिए जाल फेंका गया तो राहुल गांधी भी उत्सुकता दिखाते हुए बाकी मछुआरों के साथ पानी में कूद गए थे। हालांकि, राहुल केवल एक स्क्वीड (मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाला घोंघा) पकड़ सके थे।

सिर्फ स्पोर्टस ही नहीं। बात राहुल गांधी के सुबह के नाश्ते की करें, तो हेल्दी नाश्ते में इडली-डोसा, सांभर और ड्राई फ्रूट्स खाना पसंद करते हैं। वह खुद को फिट रख सके, इसके लिए वे लेमन जूस भी लेते हैं। उन्हें दाल-चावल, रोटी-सब्जी के अलावा साउथ इंडियन खाना भी काफी पसंद है।

राहुल गांधी ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से डेवलपमेंट स्टडीज में एमफिल किया है। उन्होंने अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की है। 2004 में जब पहली बार अमेठी से चुनावी मैदान में उतरे तो अपने हलफनामे में पेशे के कॉलम में ‘किसान’ लिखा। हालांकि, 2009 में इसको बदलकर ‘स्ट्रैटजिक कंसल्टेंट’ लिख दिया था।