नागपुर ब्यूरो : वस्त्रोउद्योग विभाग, महाराष्ट्र शासन प्रायोजित महाराष्ट्र राज्य हैंडलूम महामंडल (महा हैंडलूम), नागपुर की ओर से राज्यस्तरीय हैंडलूम प्रदर्शनी का उद्घाटन मंगलवार, 28 दिसंबर को अपराह्न 4 बजे राज्य की वस्त्रोद्योग आयुक्त तथा महाराष्ट्र राज्य हैंडलूम महामंडल लि. नागपुर की प्रबंध निदेशक शीतल तेली-उगले के हाथों किया गया. इस अवसर पर दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र नागपुर के निदेशक डॉ. दीपक खिरवड़कर प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
प्रदर्शनी का आयोजन 28 दिसंबर 2021 से 9 जनवरी 2022 तक टेंपल रोड, सिविल लाइन्स, नागपुर स्थित दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र में किया गया है. प्रदर्शनी में सहभागी संस्थाओं की ओर से ग्राहकों को 20 प्रतिशत की विशेष छूट दी जा रही है. प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक खुली रहेगी. यहां कोसा/सिल्क साड़ी, पैठनी साड़ी, प्रिंटेड साड़ियां, ड्रेस मटेरियल, शर्ट, कॉटन साड़ी, सतरंजी, बेडशीट, चादर, टॉवेल, नैपकीन, वॉल हैंगिग्स, बांबू/बनाना ब्लेंडेड फेब्रिक्स आदि उपलब्ध है.
बुनकरों की मेहनत को दें प्रोत्साहन : शीतल तेली-उगले
इस अवसर पर आयोजित पत्र परिषद में शीतल तेली-उगले ने कहा कि 2 साल से लॉकडाउन के बाद यह पहली प्रदर्शनी है. इस प्रदर्शन में 35 स्टॉल लगाए गए हैं, जहां राज्यभर की विभिन्न संस्थाओं के उत्पाद प्रदर्शन एवं बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. इसमें 3.5 से लेकर 90 हजार रुपए तक की पैठनी साड़ी उपलब्ध है, हालांकि मध्यमवर्गीय महिलाओं के लिए एक हजार रुपए से कम वाली साड़ियां भी उपलब्ध है. प्रदर्शनी का उद्देश्य हैंडलूम पर उत्पादित माल को बाजार उपलब्ध कराना, राज्य के विभिन्न ग्रामीण भाग में बुनकरों द्वारा उत्पादित हैंडलूम कपड़ों को ग्राहकों को सीधे उपलब्ध कराना, हैंडलूम क्षेत्र में उत्पादित होने वाले कपड़ों की विशेषतापूर्ण डिजाइन की ग्राहकों को पहचान कराना, हैंडलूम पर उत्पादित हो सकने वाली नवीनतम डिजाइन और इसके लिए उपलब्ध बाजार की पड़ताल कर इसकी जानकारी ग्राहकों तथा बुनकरों को देना है. हैंडलूम बुनकरों द्वारा उत्पादित कपड़ा बहुत वैभवशाली होता है. इस प्रदर्शनी के माध्यम से खरीदारों और उत्पादक बुनकरों के लिए यह एक सुनहरा मौका है.
हैंडलूम पर उत्पादित कपड़ा भले ही थोड़ा महंगा होता है लेकिन इसमें मानवी मेहनत लगती है, बुनकरों की मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदर्शनी का लाभ लेने की अपील उन्होंने नागपुरवासियों से की है. उन्होंने कहा कि हैंडलूम को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास हम कर रहे हैं. इस अवसर पर शीतल तेली-उगले और डॉ. दीपक खिरवड़कर के अलावा महा हैंडलूम के ज्वाइंट एमडी विजय निमजे, डिजाइनर निधि गांधी, वस्त्रोद्योग विभाग की क्षेत्रीय उपायुक्त सीमा पांडे, सहायक आयुक्त प्रशांत वावगे, प्रदर्शनी प्रमुख ज्ञानदेव बाभुलकर प्रमुखता से उपस्थित थे.
हैंडलूम की थीम पर हो विवाह समारोह
शीतल तेली-उगले ने कहा कि हमारे यहां विवाह समारोह में अलग-अलग थीम रहती है. कभी महाराष्ट्रीयन तो कभी राजस्थानी तो कभी गुजराती थीम पर शादियां होती हैं. ऐसे ही हम यह प्रयास कर रहे हैं कि हैंडलूम की थीम पर विवाह समारोह का आयोजन किया जाए. इसके लिए हम इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों से भी संपर्क करेंगे. इसके अलावा हम एमबीए के विद्यार्थियों के लिए एक शॉर्ट कोर्स भी शुरू करने जा रहे हैं ताकि हैंडलूम के प्रचार-प्रसार में उनका भी सहयोग लिया जा सके. उन्होंने कहा कि हाल ही में डाक विभाग ने करवती साड़ी पर आधारित पोस्टल स्टैम्प जारी किया है, जो हैंडलूम क्षेत्र के लिए गर्व की बात है. इसके अ
विद्यार्थियों को कपास से कपड़े तक की यात्रा से कराएंगे रू -ब-रू
स्कूली विद्यार्थियों को हैंडलूम पर कपड़े कैसे बनते हैं, इसका प्रत्यक्ष नजारा कराने के लिए महा हैंडलूम के उमरेड रोड स्थित कार्यालय में विजिट कराई जाएगी. इस दौरान उन्हें कपास से कपड़े तक की यात्रा के बारे में अवगत कराया जाएगा.