नई दिल्ली ब्यूरो : एचडीएफसी बैंक का शेयर कैसा है, अगर यह आप आपसे पूछा जाए तो आप क्या कहेंगे। निश्चित रूप से आप अच्छा ही बताएंगे। लेकिन आपको पता है कि यह शेयर एक समय में केवल 5 रुपये के आसपास मिल रहा था, लेकिन किसी का ध्यान नहीं था। शेयर बाजार में यही होता है। यहां पर इसलिए बताया जा रहा है कि शेयर बाजार में आज भी ऐसे मौके उपलब्ध हैं, लेकिन उनको खोजने की जरूरत है। जहां तक एचडीएफसी बैंक ने कैसे निवेशकों को करोड़पति बना दिया है, आइये इसकी पूरी जानकारी लेते हैं।
आइये जानते हैं एचडीएफसी बैंक ने कैसे बनाया करोड़पति
एचडीएफसी बैंक का शेयर आज देश का चुनिंदा शेयर है। अगर इस शेयर के रेट की हिस्ट्री देखी जाए तो एचडीएफसी बैंक का शेयर 1 जनवरी 1999 को एनएसई पर 5.52 रुपये के रेट पर बंद हुआ था। दूसरी तरफ यह शेयर 31 दिसंबर 2021 को 1481 रुपये के रेट पर बंद हुआ है। इस प्रकार से देखा जाए तो इस शेयर ने 23 साल में पैसों को 268 गुने बढ़ा दिया है। लेकिन यहां पर एक बात ध्यान देने की है कि इस शेयर की फेसवैल्यू बाद में बदली है। ऐसे में यह न सोचें कि इस शेयर में 1 लाख रुपये का निवेश 1 करोड़ रुपये बन गया होगा। कितने रुपये का निवेश 1 करोड़ बना है आइये इसे आगे जानते हैं।
एचडीएफसी बैंक के शेयर का रेट बीते 23 साल से लगातर बढ़ रहा है। यह एक ऐसा शेयर है, जो लगातार अच्छा रिटर्न दे रहा है। 5 साल में एचडीएफसी बैंक के शेयर का रेट 596 रुपये था। वहीं 10 साल पहले एचडीएफसी बैंक के शेयर का रेट 215 रुपये था। इसी प्रकार से देखा जाए तो एचडीएफसी बैंक के शेयर का रेट 20 साल पहले केवल 22 रुपये था। इसके अलावा अगर देखा जा तो एचडीएफसी बैंक के शेयर का रेट आज से 23 साल पहले करीब 5 रुपये का था।
अगर किसी ने आज से 23 साल पहले एचडीएफसी बैंक के 3500 रुपये में केवल 700 शेयर खरीद लिए होते तो आज उसके पास करीब 7000 शेयर होते हैं। शेयरों की संख्या कैसे बढ़ती आइये इसे जानते हैं। दरअसल एचडीएफसी बैंक ने अपने शेयरों को दो बार फेसवैल्यू बदली है। पहली बार एचडीएफसी बैंक ने 10 रुपये फैसवैल्यू वाले अपने शेयर की फेसवैल्यू 2 रुपये की थी। यह परिवर्तन 14 जुलाइ 2011 को किया गया था। इस प्रकार से 700 शेयरों की संख्या बढ़कर 3500 शेयर की हो गई होगी। इसके बाद एचडीएफसी बैंक ने अपने शेयर की फेसवैल्यू को 2 रुपये से बदलकर 1 रुपये किया था। इस प्रकार शेयरों की संख्या बढ़कर 3500 से 7000 हो गई होगी। यानी 3500 रुपये के निवेश से खरीदे गए 700 शेयर की संख्या बढ़कर आज 7000 हो गई होगी।