आज से हर साल 16 जनवरी को देश में स्टार्टअप डे सेलिब्रेट किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इसका एलान किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि स्टार्टअप की यह संस्कृति देश के दूर-दराज क्षेत्रों तक पहुंचे, इसके लिए 16 जनवरी को अब राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया है। उन्होंने देश की स्टार्टअप यूनिट्स को नए भारत का आधार-स्तंभ बताया है।
पीएम मोदी ने आंत्रप्रेन्योरशिप, इनोवेशन को सरकारी प्रक्रियाओं के जाल से मुक्त कराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इनोवेश को प्रमोट करने के लिए इंस्टीट्यूशनल मैकेनिज्म का निर्माण करना बेहद जरूरी है। स्टार्टअप भारत के बैकबोन बन रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2013-14 में जहां चार हजार पेटेंट को स्वीकृति मिली थी, वहीं पिछले साल इनकी संख्या 28 हजार से ज्यादा हो गई। देश में अब 60,000 से ज्यादा स्टार्टअप यूनिट्स हैं। इनमें से 42 यूनिकॉर्न हैं। यूनिकॉर्न का मतलब ये होता है कि उस स्टार्टअप का वैल्यूएशन 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है। भविष्य की टेक्नोलॉजी के लिए अनुसंधान और विकास में निवेश सरकार की प्राथमिकता है।
स्टार्टअप एक ऐसी कंपनी होती है जिसने अभी कामकाज शुरू किया है। आप अकेले या कुछ लोगों के साथ मिलकर कंपनी की नींव रखते हैं, जिसे इनक्युबेशन कहते हैं। यहां पर लोग अपनी-अपनी कुशलता और विशेषज्ञता लेकर आते हैं। नए कारोबारी आइडिया पर मिलकर काम करते हैं। इस तरह की कंपनी के जरिए ग्राहकों को एक यूनिक प्रोडक्ट या सर्विस दी की जाती है। स्टार्टअप सफल होने के बाद एक बड़ी कंपनी के तौर पर अपनी पहचान बना लेते हैं।