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कोरोना लॉकडाउन में सड़कों पर केकड़ों का कब्जा हुआ, लोगों के लिए पैदल चलना भी मुश्किल

क्यूबा के दक्षिण समुद्री तट पर तेजी से माइग्रेटिंग क्रैब्स (केकड़ों) की आबादी बढ़ रही है, जिसके चलते स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ये केकड़े पहले सड़कों पर ज्यादा नहीं दिखाई देते थे, लेकिन कोरोना लॉकडाउन के दौरान खाली जगह मिलने से ये बाहर निकलने लगे हैं।

अब ये केकड़े क्यूबा की सड़कों पर खुलेआम घूम रहे हैं। लोगों ने बताया कि बारिश शुरू होने के बाद लाखों लाल, पीले और काले रंग के केकड़े जमीन से निकल रहे हैं। ये सुबह-शाम सड़कों पर घूमते रहते हैं। अब लोगों के पास भी कोई रास्ता नहीं बचा। कुछ केकड़े कभी गाड़ियों से कुचल दिए जाते हैं, तो कभी पैरों तले दब जाते हैं।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, क्यूबा के पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि कोरोना काल के बाद केकड़ों की आबादी लगातार बढ़ी है। साथ ही, इनकी संख्या में अभी और इजाफा होने की उम्मीद है। हालांकि, दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।

ये केकड़े किसी भी गाड़ी, बस, घर की दीवारों और समुद्र के आसपास चलते रहते हैं। सड़कों पर ये इस कदर फैले हुए हैं कि दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानो सड़कों पर केकड़ों का कालीन बिछा हुआ हो।

लोगों ने बताया कि केकड़े अगर गाड़ी से कुचल भी जाते हैं तो उनका नुकीला शरीर अक्सर कार के टायरों को पंक्चर कर देता है। हाल ये है कि वे केकड़ों को डराने के लिए पोंछे (वाइपर) का इस्तेमाल करते हैं, ताकि उन्हें मारना न पड़े।