नागपुर ब्यूरो: रिदम हार्ट एंड क्रिटिकल केयर में मैसिव हार्ट अटैक वाले 58 वर्षीय व्यक्ति को जीवनदान मिला. रोगी को 3 दिनों से सीने में दर्द था. उन्हें सिंपटोमेटिक ट्रीटमेंट दी जा रही थी लेकिन उनका ईसीजी नहीं निकाला गया था. इस दौरान वे अपने कार्यस्थल पर अचानक गिर पड़े. ईसीजी में पता चला कि उन्हें मैसिव हार्ट अटैक आया है. उनका बीपी रिकॉर्ड भी नहीं हो पा रहा था. वे सांस भी नहीं ले पा रहे थे. इसलिए उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था. ऐसी स्थिति में मृत्यु की आशंका 90 प्रतिशत से अधिक होती है. लेकिन इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. पंकज राऊत और डॉ. मनीष जुनेजा की टीम ने उनके परिजनों को जोखिम के बारे में जानकारी देकर कठिन एंजियोग्राफी की. उनकी मुख्य धमनी 90 प्रतिशत तक ब्लॉक और सख्त हो गई थी. ऐसी स्थिति में एंजियोग्राफी करना बहुत कठिन होता है. लेकिन टीम ने कड़ी मेहनत की बदौलत इसे सफल बनाया. क्रिटिकल केयर टीम ने डॉ. लोहकरे और डॉ. पीयूष के. के नेतृत्व में बेहतरीन कार्य किया. इसी टीम वर्क के ही कारण बालाजी के. को नया जीवनदान मिल सका. उन्होंने रिदम हार्ट एंड क्रिटिकल केयर की पूरी टीम का धन्यवाद व्यक्त किया.