● दुनिया के 100 रिकॉर्ड धारकों में डॉ. दीक्षित का शुमार
● दिल्ली में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सम्मानित
नागपुर ब्यूरो। चौथे विश्व रिकॉर्ड धारकों में शामिल होने के लिए महा मेट्रो के प्रबंध निदेशक डॉ बृजेश दीक्षित को दिल्ली में सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया। रविवार को नई दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उनका अभिनंदन किया गया और इस समारोह में उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया गया।
‘इंटरनेशनल रिकॉर्ड्स फेस्टिवल – 2022’ के तहत एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा आयोजित इस समारोह में में भारत के अलावा 7 देशों नेपाल, बांग्लादेश, वियतनाम, इंडोनेशिया, ग्रेट ब्रिटेन, अमेरिका के लगभग 2500 व्यक्तियों ने भाग लिया। इस आयोजन में 100 विश्व-प्रसिद्ध रिकॉर्ड धारकों का चयन किया गया और उन्हें आमंत्रित किया गया। आमंत्रितों में प्रबंध निदेशक डॉ. दीक्षित भी शामिल थे। इस कार्यक्रम की अवधारणा थी ‘एक रक्त, एक विश्व’।
डॉ. दीक्षित को वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनियन काउंसिल के सदस्य श्री थांग वान फुक, वियतनाम रिकॉर्ड एसोसिएशन के अध्यक्ष और वियतनाम के गृह मामलों के पूर्व उप मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। डॉ. दीक्षित ने इस सम्मान के लिए नागपुर के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि महा मेट्रो नागपुर परियोजना के निरंतर सहयोग से ही महा मेट्रो इस मुकाम तक पहुंची है।
ज्ञात हो कि केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने 10 जुलाई 2022 को नागपुर में आयोजित जंगी समारोह में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का प्रशस्ति पत्र मेट्रो टीम को सौंप कर सम्मानित किया गया था। श्री गडकरी ने डॉ. दीक्षित को एशिया में ‘सिंगल पिलर फ्लाईओवर’ के साथ सबसे ‘लंबे फ्लाईओवर’ और ‘डबल डेकर वाया डक्ट पर सर्वाधिक मेट्रो स्टेशन’ की दो श्रेणियों के लिए सम्मानित किया था।
वर्धा मार्ग पर डबल डेकर/वाया डक्ट और एक ही मार्ग पर छत्रपति चौक, जय प्रकाश नगर और उज्जवल नगर मेट्रो स्टेशनों के निर्माण को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से प्रशंसा मिली। इसी तरह, महा मेट्रो को दो अलग-अलग श्रेणियों में दो प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले
साथ ही 15 जुलाई 2022 को इंडियन इंस्टीट्यूशन ऑफ ब्रिज इंजीनियर्स द्वारा मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ. दीक्षित को ‘विशेष जीवन गौरव पुरस्कार’ मिला। डॉ. दीक्षित को उस कार्यक्रम में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में उनकी पर्याप्त उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया था।