एमआईटी संस्थान के संस्थापक प्रो. प्रकाश जोशी के मार्गदर्शन में टीबीआई की उंची छलांग
पुणे ब्यूरो: माईर्स एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के एमआईटी टेक्नोलाजी बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर (MIT TBI) नवोदित उद्यमियों को स्टार्ट अप प्रशिक्षण, सलाह और वित्तीय सहायता अनुदान प्रदान करने के लिए कडी मेहनत कर रहा है. साथ ही अपने इनोवेशन को उद्योगों में बदले. यह अपील एमआईटी के संस्थापक और एमआईटी टीबीआई के निदेशक प्रो. प्रकाश जोशी ने पत्रकार वार्ता में की.
उन्होंने आगे कहा, सूचना प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, कृषि प्रौद्योगिकी, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, चिकित्सा प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, फार्मसी आदि क्षेत्रों में नए उद्यमियों की सहायता और मार्गदर्शन किया जाता है. आज, ३७ स्टार्टअप कंपनियां एमआईटी टीबीआई में अपने उत्पादों और सेवाओं का विकास कर रही हैं.
किसी भी स्टार्टअप को अपने आइडिया को डेवलप करने के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट की जरूरत होती है. हम इसके लिए विभिन्न सरकारी और निजी वित्तीय सहायत प्रदान करने का प्रयास कर रहे है. भारत सरकार के स्टार्टअप इंडिया तहत स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (Startup India Seed Fund Scheme) पहल के तहत एमआईटी टीबीआई कुल ३ करोड रूपये की सहायता प्रदान करेगा. इसमें १० लाख रूपए तक का अनुदान और ३० लाख रूपए तक का कर्ज होगा. कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व योजना के तहत विभिन्न कंपनियों से स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता और अनुदान प्रदान करने का प्रयास करेगा.
एमआईटी टीबीआई महाराष्ट्र में अग्रणी संस्थानों में से एक है, जो २०१७ से काम कर रहा है. इस केंद्र को वर्ष २०१८ में केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की मान्यता प्राप्त हुई है. इसने एमआईटी टीबीआई के इन्क्यूबेशन केंद्र के विकास और अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की है. देश में पहली बार किसी निजी विश्वविद्यालय के ऐसे केंद्र को केंद्र सरकार से सहायता मिली है.
टीबीआई सेंटर एमआईटी के कोथरूड इलाके में ११ हजार वर्गफीट में फैला हुआ है. इसमें को वर्किंग कार्यालय. फैब लैब, विभिन्न प्रयोगशाला, परीक्षण केंद्र आदि जैसी सुविधांए विकसित की हैं. साथ ही स्टार्टअप्स को शहर के सफल उद्यमियों द्वारा निःशुल्क मार्गदर्शन किया जाता है. एमआईटी टीबीआई की ओर से अब तक ५० से अधिक छात्रों और नवोदित उद्यमियों को उनके स्टार्टअप के लिए विभिन्न सहायता प्रदान की है. इसमें सभी क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप शामिल है.
प्रो.प्रकाश जोशी ने कहा, स्नातक छात्रों और अन्य युवाओं को अपने नए विचारों को विकसित करना चाहिए और उन्हें नौकरी की तलाश करने के बजाय सफल कंपनियों में बदलना चाहिए. स्वयं उद्यमी बनने का प्रयास करें. इस उद्देश्य के लिए एमआईटी टीबीआई बनाया गया है. हमारा लक्ष्य अगले ६ महीनों में लगभग ५० स्टार्टअप कंपनियों को समर्थन देना है.
इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कृपया www.mittbi.org पर जाएं और info@mittbi.org पर ईमेल भेजें.