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नागरिकों की इच्छा पर निर्भर होगा नागपुर का जनता कर्फ्यू

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आयुक्त ने कहा- मनपा प्रशासन का अधिकृत आदेश नहीं

नागपुर ब्यूरो : नागपुर में शनिवार और रविवार को जनता कर्फ्यू लगाने की महापौर संदीप जोशी की घोषणा के बाद अब मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी ने साफ़ कर दिया है कि इस जनता कर्फ्यू का आवाहन स्वेच्छा के बंद के लिए है. मनपा प्रशासन ने इसे लेकर कोई अधिकृत आदेश नहीं जारी किया है. यानी नागपुर में होने वाला जनता कर्फ्यू में प्रशासन का कोई रोल नहीं है. अपने ट्वीट में मनपा आयुक्त ने ये भी कहा है कि समय की मांग है कि जरुरी न हो तो घरों से बहार न निकलें। जब भी काम की वजह से बहार जाना पड़े तो मास्क पहनें, जरुरी सावधानिया बरतें.

नागपुर शहर और जिले में तेजी से कोविड का संक्रमण फैल रहा है. इस संक्रमण और बढ़ती मौतों के आंकडों को देखते हुए हाल में महापौर संदीप जोशी ने एक बैठक बुलाई थी. इसके बाद ये कहा गया था कि बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाने के लिए नागपुर शहर में अब शनिवार और रविवार का दो दिनों का जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा. बुधवार को महापौर संदीप जोशी ने बैठक के बाद इसकी घोषणा की थी. ये फैसला सितंबर माह के चार शनिवार और रविवार के लिए लागू रहेगा ऐसा भी उन्होंने कहा था. हालांकि अब मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी ने ट्वीट कर जानकारी देने से ये तो तय हो गया है कि यदि लोग स्वेच्छा से बंद रखेंगे तो ही कर्फ्यू दिखेगा. वरना नाम का ही कर्फ्यू होगा।

क्या व्यापारी संगठन देंगे साथ?
हालांकि इससे पहले जब शहर में लॉकडाउन चल रहा था और मनपा प्रशासन की ओर से ऑड तथा ईवन फॉर्मूला इस्तेमाल कर दुकानें शुरू और बंद की जा रही थी तो व्यापारियों ने ही इसका विरोध किया था. कई इलाको के व्यापारी ये दलील दे रहे थे कि उन्हें इससे नुकसान होने लगा है. उन्ही के दबाव में नियम बदलना पड़ा था. लेकिन अब बढ़ते संक्रमण और मौतों से व्यापारी संगठन एकजुट होकर जनता कर्फ्यू के पक्ष में आ गए है. इसीलिए महापौर की बैठक में आखिरकार दो दिन का जनता कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया. लेकिन मनपा आयुक्त ने ये साफ करने के बाद कि जनता कर्फ्यू का कोई अधिकृत आदेश मनपा प्रशासन नहीं नकलेगा, अब देखना होगा कि नागपुर के व्यापारी संगठन इसमें कितना साथ दे पाते है.