• सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की बैठक में प्रबंधक निदेशक और मनपा आयुक्त के बीच प्रारूप पर चर्चा
नागपुर: महा मेट्रो के प्रबंध निदेशक की पहल पर मेट्रो भवन में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पर गहन चर्चा के लिए मनपा के साथ बैठक का आयोजन किया गया । चर्चा में मनपा आयुक्त को आमंत्रित किया गया था जिसमें शहर के प्रथम और अंतिम छोर तक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को यात्रियों के हित में मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की गई। मेट्रो और शहर बस सेवा में यात्रियों की संख्या बढ़ाने और सार्वजनिक परिवहन सेवा में आवश्यक सुधार कर सेवा को सुचारु बनाने के संबंध में संयुक्त रुप से चर्चा की गई और प्रारुप तैयार किया गया। प्रबंध निदेशक श्री हार्डिकर ने बैठक में कहा की मेट्रो और सिटी बस सार्वजनिक परिवहन सेवा एक दूसरे की पूरक होना चाहिए इसमें किसी भी प्रकार की प्रतिस्पर्धी नहीं होना चाहिए।
पुणे का उदाहरण देते हुए कहा कि पुणे में मेट्रो की वजह से सिटी बस में यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। उन्होंने कहा की मनपा को यात्रियों को शहर के विभिन्न हिस्सों तक ले जाने के लिए मेट्रो के टर्मिनल स्टेशनों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने मनपा से घाटे वाले क्षेत्रों की पहचान कर एक हिट मैप तैयार करने की सुझाव दिया ताकि पूरे शहर में सार्वजनिक परिवहन का दायरा बढ़े। उन्होंने मनपा आयुक्त से मेट्रो सेवा लेने के इच्छुक मनपा स्कूलों के छात्रों की आवश्यकता को पहचान कर व्यवस्था करने का सुझाव दिया । ताकि मेट्रो उनके लिए पास सुविधा की व्यवस्था कर सके।
श्री हार्डिकर ने शहर की सड़कों पर पर्याप्त चौड़े फुटपाथों के साथ उचित पैदल यात्री सुविधा की आवश्यकता पर बल दिया ताकि नागरिक सुरक्षित रूप से पैदल चलकर मेट्रो/बस स्टेशनों तक पहुंच सकें। उन्होंने स्मार्ट सिटी सीईओ को पुणे और पीसीएमसी का दौरा कर वहां स्मार्ट सिटी स्ट्रीट डिजाइन देखने की सलाह दी। उन्होंने “कॉमन मोबिलिटी कार्ड-स्मार्ट कार्ड” की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे लोगों को सार्वजनिक परिवहन सेवाओं यानी मेट्रो और सिटी बस दोनों के लिए उपयोगी होना चाहिए। उन्होंने इस सुविधा के लिए दोनों एजेंसियों के बीच आवश्यक समझौते की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. चर्चा के दौरान प्रबंध निदेशक द्वारा दिए गए सुझावों के प्रति मनपा आयुक्त की प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक रही।
एमडी ने महामेट्रो के एमएमआई विभाग के अधिकारियों को एनएमसी के परिवहन विभाग के साथ उचित समन्वय रखने का निर्देश दिया। उन्होंने महामेट्रो के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ज्यादा से ज्यादा परिवहन सेवा के हितधारकों से चर्चा कर वर्तमान सेवा के बारे में उनकी राय लें और मेट्रो स्टेशनों से फीडर बस, ई-रिक्शा, साझा रिक्शा सेवाओं जैसी और किन सेवाओं की आवश्यकता है और किन क्षेत्रों में उचित प्रथम और अंतिम मील कनेक्टिविटी के लिए सबसे अधिक आवश्यकता है। उन्होंने मेट्रो की सवारियों की संख्या 2 लाख तक बढ़ाने का लक्ष्य दिया साथ ही यह भी कहा की तब तक सिटी बस की सवारियों की संख्या 3 लाख तक पहुंच जाएगी।
बैठक में प्रमुख रूप से मनपा आयुक्त श्री अभिजीत चौधरी, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री पृथ्वीराज पी, अतिरिक्त मनपा आयुक्त श्रीमती आंचल गोयल, परिवहन प्रबंधक मनपा , श्री बागले, महामेट्रो के निदेशक(एसपी) श्री अनिल कोकाटे, कार्यकारी निदेशक श्री आनंदकुमार , महाप्रबंधक श्री सुधाकर उराडे , संदीप बापट, उपमहाप्रबंधक( एमएमआई) महेश मोरोने , उपमहाप्रबंधक श्री एस जी राव, उपस्थित थे।