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किसानों को कर्ज माफी, लाड़ली बहनों को देंगे ₹2100

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चंद्रपुर में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आश्वासन

चंद्रपुर : उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को चंद्रपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आश्वासन दिया कि महायुति सरकार सत्ता में वापस आने पर किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी देगी और 2.5 करोड़ लाड़ली बहनों को देने वाली राशि को 1500 से बढ़ाकर 2100 रुपए प्रतिमाह किया जाएगा. इसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मेें 11 लाख लखपति दीदी बनाई गई हैं. आगामी दिनों मेंं पहले 25 लाख तथा उसके बाद एक करोड़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया गया है.


फडणवीस चंद्रपुर शहर के कोहिनूर मैदान मेंं महायुति से भाजपा के उम्मीदवार किशोर जोरगेवार के प्रचारार्थ जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर राष्ट्रीय ओबीसी आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर, डॉ. अशोक जीवतोड़े, राहुल पावड़े उपस्थित थे.

श्री फडणवीस ने कहा कि सौतेले भाइयों को लाड़ली बहन योजना पसंद नहीं आई है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले तथा पूर्व मंत्री सुनील केदार के अधिकृत चुनाव प्रमुख अनिल वड़पल्लीवार इसके खिलाफ कोर्ट में गए थे. वे इसे पैसे की बर्बादी बताकर योजना को बंद करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन हमने भी लाड़ली बहनों के लिए कोर्ट में लड़ाई लड़कर योजना को मंजूरी दिलाई.


कुछ लोग मेरा विरोध करते हैं : जोरगेवार
फडणवीस के भाषण के पहले चंद्रपुर से भाजपा प्रत्याशी किशोर जोरगेवार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी का टिकट देने का पार्टी के ही कुछ लोगों ने विरोध किया था. मुझे 2009 और 2014 में लगातार दो बार भाजपा की टिकट से वंचित रखा गया. बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिया तो हमने उनका भी काम किया. लेकिन मुझे मजबूरन पार्टी से बाहर होना पड़ा. अब जबकि पार्टी ने उन्हें टिकट देने की तैयारी दिखाई, तब भी उनका सार्वजनिक रूप से विरोध किया गया. लेकिन अब पार्टी ने टिकट दिया है तो वे पार्टी के प्रति सात जन्मों तक वफादार रहेंंगे.


योजनाएं बंद करवाने का उद्धव ठाकरे का इतिहास
देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा उम्मीदवार किशोर जोरगेवार के घर जाकर उनकी ‘अम्मा’ को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज तक कोई भी परियोजना पूरी नहीं की है. उलटे उनके नाम पर परियोजनाओं को पूरा नहीं होने देने का इतिहास है. इससे राज्य को नुकसान पहुंचा है. इसी इतिहास को देखते हुए राज्य की जनता शायद ही उनके उम्मीदवारों को चुन कर दे.