नागपुर ब्यूरो : मंगलवार से शुरू हुई 12वीं की परीक्षा में अनेक केंद्र बनाए गए हैं। एक केंद्र में क्षमता के अनुसार 25 से अधिक छात्रों को बैठाया गया है। हर कमरे में एक पर्यवेक्षक को तैनात किया गया है। साथ ही केंद्र प्रमुख और उड़न दस्तों का भी निरीक्षण होता है। लेकिन एक केंद्र ऐसा भी है, जहां केवल एकमात्र छात्र परीक्षा दे रहा है। दरअसल, नाबालिक इन दिनों बाल सुधार गृह में है। परीक्षा से वंचित न रह सके, इसके लिए शिक्षा बोर्ड द्वारा गोपनीय तरीके से पृथक व्यवस्था की गई है। यही वजह रही कि बोर्ड अधिकारियों को तत्काल में उसके परीक्षा की व्यवस्था करनी पड़ी। परीक्षा केंद्र को बेहद गोपनीय रखा गया है। बताया जाता है कि परीक्षा से पहले छात्र की सकारात्मक काउंसिलिंग भी की गई, ताकि वह परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सके।
छात्र के लिए बनाया गया पृथक केंद्र
मंगलवार से आरंभ हुई परीक्षा के अंतर्गत उक्त छात्र के लिए पृथक केंद्र बनाया गया। यह एकमात्र ऐसा केंद्र था, जहां एकमात्र ही परीक्षार्थी बैठा था। छात्र की निगरानी के लिए पहले एक पर्यवेक्षक को रखा गया। उसके बाद सुधार गृह का एक कर्मचारी कार्यरत था। पश्चात एक पुलिस कर्मी की भी ड्यूटी लगाई गई। यह व्यवस्था पेपर पूरे होने तक बनी रहेगी। छात्र कला संकाय से 12वीं की परीक्षा दे रहा है। इस बीच परीक्षा के दौरान बोर्ड के दस्ते ने भी इस गोपनीय केंद्र पर भेंट दी। साथ ही व्यवस्था का जायजा लेकर छात्र को अच्छा पेपर हल करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
नाबालिक परीक्षार्थी की आपराधिक पृष्ठभूमि
सूत्रों ने बताया कि नाबालिक छात्र मूलतः यवतमाल का रहने वाला है। कुछ दिनों पहले नागपुर आया था। इस बीच किसी मामले में लिप्त पाया गया। इसके बाद पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है। परीक्षा का आवेदन भरने की वजह से छात्र परीक्षा में बैठने के लिए पात्र है। भले ही वह यवतमाल का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में नागपुर के बाल सुधार गृह में है।