आज देशभर में लोहड़ी का त्योहार मनाया जा रहा है और कल 14 जनवरी के दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा. इन दो त्योहारों का सर्दियों के मौसम में खास महत्व है और इनके जरिए मौसम के बदलने की शुरुआत भी होती है.
लोहड़ी का त्यौहार आग जलाकर और इसके चारों ओर परिक्रमा व पूजा करके मनाया जाता है. ये त्योहार सुबह से शुरू होकर शाम तक चलता है. लोग पूजा के दौरान आग में मूंगफली रेवड़ी, पॉपकॉर्न और गुड़ चढ़ाते हैं.
लोहड़ी के पावन मौके पर लोग रबी की फसल यानि गेहूं, जौ, चना, मसूर और सरसों की फसलों को आग को समर्पित करते हैं. इस तरीके से देवताओं को चढ़ावा और धन्यवाद दिया जाता है.
लोहड़ी के पकवान
लोहड़ी पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है. इस दिन विशेष पकवान बनाए जाते हैं. इसमें गजक, रेवड़ी, मुंगफली, तिल-गुड़ के लड्डू, मक्के की रोटी और सरसों का साग प्रमुख होते हैं. लोहड़ी से कुछ दिन पहले से ही छोटे बच्चे लोहड़ी के गीत गाकर लोहड़ी के लिए लकड़ियां, मेवे, रेवडियां, मूंगफली इकट्ठा करने लग जाते हैं. अब लोहड़ी में पारंपरिक पहनावे और पकवानों की जगह आधुनिक पहनावे और पकवानों को भी शामिल किया गया है.
मकर संक्रांति के दिन लोग सुबह उठकर स्नान ध्यान करते हैं. नदी तट पर स्नान करना भी शुभ माना जाता है. इसके बाद लोग भगवान सूर्य की पूजा करते हैं. साथ ही साथ दान पुण्य भी करते हैं.
मकर संक्रांति 2021 शुभ मुहूर्त
14 जनवरी, 2021 (गुरुवार)
पुण्य काल मुहूर्त- सुबह 08:03:07 बजे से दोपहर 12:30:00 बजे तक
अवधि- 4 घंटे 26 मिनट
महापुण्य काल मुहूर्त- सुबह 08:03:07 बजे से सुबह 08:27:07 बजे तक
अवधि- 24 मिनट
संक्रांति पल- सुबह 08:03:07 बजे